Tuesday 3 December 2013

घर की 'इज्जत' को घर में मिला 'सिंदूर'

घर की 'इज्जत' को घर में मिला 'सिंदूर'

Updated on: Wed, 04 Dec 2013 12:05 AM (IST
Muzaffarnagar riots
घर की 'इज्जत' को घर में मिला 'सिंदूर'
मुजफ्फरनगर, [नीरज गुप्ता]। कवाल बेशक आज फिर चर्चाओं में है, लेकिन डरिए नहीं इस बार खबर नफरत या खून से सनी हुई नहीं, बल्कि इंसानी रिश्ते के फिर से दमक उठने की है। कवाल के बाद पूरे मुजफ्फरनगर में मचे बवाल में सचिन की विधवा स्वाति का दर्द और उसकी तनहाइयां खून-खराबे और सियासत के अंधे दावानल में शायद कहीं गुम हो गई थीं। सुकून इस बात का है कि अब स्वाति का दर्द बांटने और उसकी तनहाइयों का हमसफर बनने के लिए उसके सगे देवर राहुल ने उसका हाथ थाम लिया है।
मुजफ्फरनगर दंगों की खास वजह रहे कवाल कांड में मारे गए सचिन व गौरव के परिजनों को सरकार ने राहत दी। इसके तहत सचिन की पत्नी स्वाति को नौकरी तो मिली, लेकिन इस उम्र में एक मासूम सी जान के साथ पहाड़ सी जिंदगी गुजारना भी बड़ी चुनौती थी। परिजन इस बात को लेकर फिक्रमंद थे कि घर की 'इज्जत' बाहर न जाए और सूनी मांग भी फिर सज जाए। आखिर, सहमति पर मुहर लग गई और सचिन की विधवा की सूनी मांग में देवर ने 'सिंदूर' भर दिया। इसी के साथ एक बार फिर स्वाति की नई जिंदगी के सफर का आगाज हो गया। इस कदम की समाज में चहुंओर प्रशंसा हो रही है।
27 अगस्त की दोपहर छेड़छाड़ के आरोपी शहनवाज की हत्या के बाद मलिकपुरा निवासी सचिन और गौरव की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। मामला इतना गर्माया कि मुजफ्फरनगर और शामली भीषण दंगों की भेंट चढ़ महापंचायतों का दौर चला। किसी ने राजनीति चमकाई तो किसी ने बहन बेटी की 'इज्जत' से खिलवाड़ करने वालों को सबक सिखाने का एलान किया। इसके बाद जनपद में सांप्रदायिक हिंसा का दौर चला और देश-विदेश में मुजफ्फरनगर का नाम बदनाम हुआ। हर वक्त हरियाली की चादर ओढ़े रहने वाले मुजफ्फरनगर के खेत-खलियान खून से लाल हो गए। कई की मांग सूनी हो गई तो कुछ के कलेजे के टुकड़े नफरत की भंट्ठी में समा गए। धीरे-धीरे नफरत की आंधी थमी। सचिन के दो साल के पुत्र को इंतजार था तो बस पापा चॉकलेट लेकर घर आएंगे। उसकी मासूम आंखें पथरा गई। विधवा स्वाति के सामने जिंदगी का लंबा सफर अकेले तय करने की चुनौती थी। सरकार ने स्वाति को रुपये और जानसठ नजारत में नौकरी दी, लेकिन शायद ये सारी चीजें उसकी तनहाई के सामने बहुत छोटी थी। गौरव की बहन शैली को डायट में नौकरी मिल गई। इसके बाद भी दोनों परिवारों को स्वाति की चिंता सता रही थी। रिश्ते-नातेदारों से लेकर परिवार के लोग शोकमग्न होकर भी स्वाति के भविष्य की उधेड़बुन में थे। आखिर सभी की रजामंदी हुई कि मृतक सचिन के छोटे भाई राहुल के हाथ में स्वाति के दांपत्य की डोर सौंप दी जाए। विचार सभी को भा गया और भाभी स्वाति की सूनी मांग में राहुल ने 'सिंदूर' भरकर जन्म-जन्म के लिए जीवनसंगिनी बना लिया। दोनों अब कांटों भरी राह को भूलकर एक-दूजे का हाथ थाम कर जिंदगी की गुजर-बसर करने में लगे हैं। राहुल और स्वाति के इस कदम की समाज में भूरि-भूरि प्रशंसा हो रही है।
सचिन को सच्ची श्रद्धांजलि दी
सचिन के फूफा और गौरव के पिता रविंद्र चौधरी कहते हैं कि स्वाति का हाथ उसके देवर राहुल को सौंपना ही सच्ची श्रद्धांजलि थी। परिवार के हित में ऐसा ही था। घर बसाकर उसकी पहाड़ सी जिंदगी को सहारा दिया।
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स्वाति को नवजीवन की मंगलमय कामना के साथ भाजपा जल्द ही उपहार भेंट करेगी। इस बाबत राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह से बात हो गई है। प्रदेश सरकार को भी उसके पुनर्विवाह करने पर नियमानुसार सरकारी मदद देनी चाहिए। -लक्ष्मीकांत वाजपेयी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

Sunday 1 December 2013

इस गांव में गर्भवती नहीं होती पत्नी, फिर पति उठाता है बेहद कड़ा कदम

इस गांव में गर्भवती नहीं होती पत्नी, फिर पति उठाता है बेहद कड़ा कदम

इस गांव में गर्भवती नहीं होती पत्नी, फिर पति उठाता है बेहद कड़ा कदम
बाड़मेर/जोधपुर। पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करने वाला राजस्थान अपने-आप में कई रोचक तथ्य छुपाये हुए हैं। यहां कदम-कदम पर कई अनोखी परंपरायें देखने को मिलती हैं। इन सबके बीच एक आज हम एक ऐसे गांव की बात कर रहे हैं जिसके बारे में सुनकर आपके भी कान खड़े हो जाएंगे।
 
आपने दो या दो से अधिक शादियों को होते बहुत देखा होगा लेकिन अगर आपको कोई ये कहे कि एक गांव के सभी लोगों की दो-दो पत्नियां हैं तो आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे, लेकिन ये सच है। दो पत्नियों का होना कोई आश्चर्य का कारण नहीं है बल्कि इसके पीछे जो कारण है, वो आश्चर्यजनक है।
 
bhaskar.com अपने पाठकों के लिए लाया है एक सीरीज, जिसमें राजस्थान की विभिन्न परंपराओं और रोचक तथ्यों से रूबरू कराया जाएगा। 'झलक राजस्थान की' नामक इस सीरीज में आज प्रस्तुत है राजस्थान के ऐसे गांव की कहानी, जहां दूसरी पत्नी से ही मिलता है एक खास सुख। 
 
आगे पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें 

नोट: तस्वीरों का प्रयोग केवल प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है...

Friday 29 November 2013

भारतीय मीडिया की मुश्किल: 'लड़की' या 'महिला'?

भारतीय मीडिया की मुश्किल: 'लड़की' या 'महिला'?

दसवीं की छात्रा से स्कूल बस में दुष्कर्म

दसवीं की छात्रा से स्कूल बस में दुष्कर्म

Updated on: Sat, 30 Nov 2013 05:33 AM (IST)
girl student
दसवीं की छात्रा से स्कूल बस में दुष्कर्म
जागरण संवाददाता, लुधियाना। शहर के प्रतिष्ठित देवकी देवी जैन स्कूल की बस में दसवीं की छात्रा से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मामला बुधवार का है, लेकिन प्रबंधन ने इसे तीन दिनों तक दबाए रखा। शुक्रवार को छात्राओं ने एकजुट होकर घंटों विरोध-प्रदर्शन किया, तब जाकर पुलिस ने मामला दर्ज किया। इस बीच, प्रबंधन ने दुष्कर्म की घटना से साफ इन्कार किया है।

प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने बताया कि पीड़िता का स्टॉपेज सबसे अंत में था। सभी छात्राओं को उतारने के बाद ड्राइवर ने उसके साथ बस में ही दुष्कर्म किया। परिजनों ने ड्राइवर के खिलाफ जब स्कूल प्रबंधन कमेटी को शिकायत की तो आनन-फानन में ड्राइवर को छुट्टी पर भेज दिया गया और मामले को दबाने की कोशिश की गई। कमेटी के खिलाफ आवाज उठाने वाली छात्राओं को कॉलेज से बाहर निकालने की धमकियां भी मिलीं। प्रदर्शन के दौरान छात्राएं चीख-चीख कर आरोपी का नाम बताती रहीं, लेकिन पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है।
अपहरण कर नाबालिग लड़की से दुष्कर्म
संवाद सहयोगी, बटाला। थाना श्री हरगोबिंदपुर की हरचोवाल चौकी के गांव ढपई में एक युवक ने अपने साथी के साथ एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर उससे दुष्कर्म किया।
पुलिस के अनुसार, गांव ढपई की 15 साल की एक लड़की ने पुलिस को बताया कि बुधवार की रात्रि जब वह लघुशंका के लिए बाहर आई तो वहां पर मौजूद गांव नंगल झौर के दो युवकों प्रदुम्मन सिंह तथा रंजीत सिंह ने उसका अपहरण कर लिया और अज्ञात जगह पर ले गए, जहां पर प्रदुम्मन ने उससे दुष्कर्म किया। उसने धमकी भी दी कि यदि उसने किसी को बताया तो उसे मार दिया जाएगा।
पुलिस ने इस संबंध मे पीड़ित लड़की के बयान पर आरोपी युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर के स्थानीय सिविल अस्पताल से लड़की की मेडिकल जांच भी कराई। दोनों युवक फरार हैं।

हवलदार ने भाई व दोस्त के साथ मिलकर पत्नी से किया गैंगरेप

हवलदार ने भाई व दोस्त के साथ मिलकर पत्नी से किया गैंगरेप

Updated on: Sat, 30 Nov 2013 06:29 AM (IST)
Delhi police havaldar
हवलदार ने भाई व दोस्त के साथ मिलकर पत्नी से किया गैंगरेप
वरिष्ठ संवाददाता, रोहतक। दिल्ली पुलिस में तैनात एक हवलदार ने अपने भाई व दोस्त के साथ अपनी ही पत्नी के साथ गैंगरेपकिया। वारदात को अंजाम घर में ही महिला को नशीला पदार्थ पिलाकर दिया गया। आरोपियों ने महिला की मोबाइल में वीडियो भी बनाया है। महिला की शिकायत पर अर्बन एस्टेट पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

रामगोपाल कालोनी निवासी एक विवाहिता ने अर्बन एस्टेट थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि बृहस्पतिवार रात करीब साढ़े नौ बजे उसने अपने घर में दूध पीया। इसके कुछ देर बात ही उसे चक्कर आने लगे और वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसके देवर विरेंद्र, पति सुरेंद्र व पति के दोस्त ने उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोप है कि उसका अश्लील वीडियो भी बनाया गया है। आरोपियों ने उसके साथ इस बारे में किसी के सामने मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। जब उसने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट भी की गई।
उसने बताया कि पति सुरेंद्र दिल्ली पुलिस में हवलदार के पद पर तैनात है, वहीं उसका देवर विरेंद्र दिल्ली डीटीसी में कार्यरत है, पति के दोस्त को वह नहीं जानती। उधर, शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 292, 323, 376डी, 406, 34 के तहत तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस बारे में अर्बन एस्टेट के थाना प्रभारी संदीप कुमार का कहना है कि तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। मामले की गंभीरता के साथ जांच की जा रही है।